हेल्मीसाइड – DS
पशुओं में कीड़ों के प्रकोप का उपचार व बचाव :-
पशुओं में कृमि प्रकोप का उपचार वैसी दवा से करना बेहतर होता है जो हर प्रकार के कीड़ों को नष्ट कर सके !
क्योंकि गाँव में यह पता लगाना मुमकिन नहीं है की पशु में किस प्रकार के कृमि का प्रकोप है !
कृमि की प्रकार का पता प्रयोगशाला में पशु के गोबर की जाँच करने पर ही पता लग सकता है !
हेल्मीसाइड दवा तीनो प्रकार के कृमियो को नष्ट करती है !
हेल्मीसाइड दवा देने की विधि :-
· बड़े पशु (गाय,भैंस बैल आदि) – हेल्मीसाइड बोलस 6 . 3 ग्राम
· छोटे पशु (बछड़े – बछड़ी) – हेल्मीसाइड लिक्विड 1 मि .ली प्रति 4 की. ग्रा. शरीर के वजन के अनुसार दे !
· भेड़ व बकरी :- हेल्मीसाइड लिक्विड 1 मि .ली प्रति 4 की. ग्रा. शरीर के वजन के अनुसार दे !
नोट : हेल्मीसाइड दवा कृमियो (कीड़ों) को नष्ट करने के साथ – साथ पशु की रोग प्रतिरोधक ताकत भी बढ़ाती है !
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